बुद्धीबाधित (बौद्धिक दिव्यांग, मेंदूचा पक्षाघात, आत्ममग्न, बहुविकलांग) दिव्यांगासाठी कार्य करणाऱ्या संस्थेसाठी ही कार्यशाळा संपन्न झाली

आप दिव्यांगों को अलग नजर से न देखें,
हमेशा सहाय्यता, ओर सहानुभूति देकर उनका निम्न मुल्यांकन न करें।

उन्हें समान अवसर देकर उनकी प्रतिभा को अंकुरित एवं विकसित होने दें।