जनकल्याण निवासी विद्यालयातील इयत्ता 5 वी च्या विद्यार्थ्यांसोबत संवेदनातील विद्यार्थ्यांनी लुटला दहिहंडीचा आनंद....

आप दिव्यांगों को अलग नजर से न देखें,
हमेशा सहाय्यता, ओर सहानुभूति देकर उनका निम्न मुल्यांकन न करें।

उन्हें समान अवसर देकर उनकी प्रतिभा को अंकुरित एवं विकसित होने दें।