संवेदना’ बहुविकलांग मुलांच्या शाळेमध्ये न्युरो- सायकॉलॉजी या विषयाची कार्यशाळा संपन्न

आप दिव्यांगों को अलग नजर से न देखें,
हमेशा सहाय्यता, ओर सहानुभूति देकर उनका निम्न मुल्यांकन न करें।

उन्हें समान अवसर देकर उनकी प्रतिभा को अंकुरित एवं विकसित होने दें।